जयपुर : कई जगह बेनीवाल फैक्टर की बात हो रही है और कहा जा रहा बेनीवाल फैक्टर की वजह से पूरे राज्य की कई सीटों पर फरक पड़ा, वैसे पत्रकार अपने आंकलन में कह रहे हैं कि भाजपा से ज्यादा बेनीवाल फैक्टर का फायदा लोक सभा में कांग्रेस को ज्यादा हुआ है जिसपर ये रिपोर्ट पढ़िए -->
कांग्रेस के लिए संजीवनी बने बेनीवाल, जहाँ गए वहां कांग्रेस का वोट बढ़ा
नागौर विधान सभा सीट में क्या रहा था
नागौर में ही विधान सभा सीट में जहाँ बेनीवाल का सबसे ज्यादा फैक्टर काम करना था वहां 6000 वोट भी नहीं मिल पाए थे जबकि जो कैंडिडेट शमशेर खान खड़े थे वो भी कांग्रेस के पुराने नेता थे जिनके पास खुदके भी वोट रहे होंगे
नागौर से सीमा सटी हुई दांतारामगढ़ में क्या रहा था
यहाँ तो हालात नोटा से भी बुरे थे, जहाँ नोटा को 1188 वोट मिले थे वहीँ बेनीवाल फैक्टर के भरोसे उतरे कैंडिडेट मुकेश कुमार को 397 ही वोट मिले थे, साफ़ बात है नागौर शहर की सीट और पास में सटी हुई सीट जो दोनों ही जाट बहुल एरिया थी वहां पर बेनीवाल फैक्टर नाम की चीज़ नोटा से भी कम थी
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