अन्ना ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने एक पत्र में लिखकर यह बताया है कि वह जनलोकपाल आंदोलन दोबारा चालू कर सकते हैं इसके पीछे उन्होंने कारण बताया है कि जनलोकपाल के 6  साल पुराने आंदोलन का अभी तक निपटारा नहीं हुआ है उस समय कांग्रेस की सरकार थी और कांग्रेस ने  अन्ना आंदोलन में भाग ले रहे सभी लोगों के साथ काफी दुर्व्यवहार किया था, जिसमें बाबा रामदेव को तो लड़कियों वाली सलवार पहन कर भागना तक पड़ गया था लेकिन इसके बाद बाबा रामदेव ने भाजपा का ऐसा समर्थन किया कि कांग्रेस 44 सीटों पर सिमट कर रह गई |
जब से अन्ना की यह बात मीडिया में आई है तब से सीकर में रह रहे अन्ना के समर्थकों में भी खुशी की लहर है और अब वह यह प्रोग्राम बना रहे हैं कि किस प्रकार अन्ना आंदोलन का वह समर्थन करेंगे 6 साल पहले केंद्र में और राज्य में दूसरी सरकार थी और अब दूसरी है मतलब सरकार बदल गई है और जनलोकपाल का कुछ नहीं हुआ है | भाजपा ने पहले लोकपाल को काफी समर्थन दिया था मगर अब भाजपा भी जैसे अपने समर्थन वाली बातें भूल गई है और इस बात का सीकर वासियों में जो अन्नागिरी में विश्वास करते हैं उनमें भी   काफी रोश है वैसे बता दें कि कुछ समय पूर्व अन्ना सीकर में आए थे और उस समय यहां पर बहुत ही कम भीड़ के चलते अपने प्रायोजकों से अन्ना काफी नाराज हुए थे उनके अनुसार आयोजकों ने सिर्फ कुछ लोगों को फोटो खींचने के लिए बुलाया और उनके आने के बारे में व्यापक तौर पर आसपास के क्षेत्रों में सूचना नहीं पहुंचाई जिसकी वजह से उनके अनुयाई उनके पास नहीं आ पाए और प्रोग्राम पूरी तरह फ्लॉप रहा
अपने पत्र में अन्ना ने अभी तक यह नहीं लिखा है कि वह कब और कैसे आंदोलन की शुरुआत करेंगे मगर उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि अपना अगला पत्र लिखेंगे और उस पत्र में ही आगे की रुपरेखा होगी |  वैसे एक बात साफ है कि अन्ना जो काम करते हैं वह कह कर करते हैं और जो कह देते हैं वह कर ही देते हैं,  इसी वजह से अन्ना युवा वर्ग में काफी लोकप्रिय है | 

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