UPA के शासन के दौरान तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को दसवी लाइन में बैठने की जगह मिलती थी जिनके सामानांतर इस समय राहुल गाँधी अपनी पार्टी के अध्यक्ष हैं मगर गाँधी परिवार के सदस्य को लेकर पूरी कांग्रेस मैदान में उतर गई है और अपने राजकुमार को पीछे बैठाने पर भयानक आक्रोशित है |
क्या भाजपा को नेहरु गाँधी परिवार के सदस्य को साधारण अध्यक्ष की तरह नियम और कायदों में रखना गलत है और क्या भाजपा नहीं जानती कि राहुल गाँधी जमीनी स्तर के नेता नहीं हैं वो राजशाही में पैदा हुए हैं इसलिए उनको थोडा ख़ास बना कर सीट दे देने से बाकी कांग्रेस्सियों को विवाद का मौका नहीं मिलता
अभी तक भाजपा ने इसका जवाब नहीं दिया है, मगर हम जवाब जानना चाहते हैं


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