देश में 70 साल राज कर चुकी कांग्रेस के सबसे बड़े नेता अपने ही देश में इलाज कराना तो दूर चेकअप कराना भी पसंद नहीं करते इसके ऊपर ट्वीट करके जानकारी भी देते हैं कि वो अमरीका जाकर चैकअप कराएंगे। क्या देश में एक भी ऐसा संस्थान बनाने की हिम्मत इस राष्ट्र में नहीं है कि यहाँ के नेता दूसरों को सर पर बिठाने उनके देश जाएं और ढिंढोरा पीटें कि हमारे तो देश की हालत ख़राब है? 
कैसा लगता होगा किसी पाकिस्तानी को जब वहाँ का कोई नेता भारत आकर मेडिकल करवाता होगा क्या वही फ़ीलिंग भारतवासी को नहीं आएगी की 70 साल राज करने वाले नेता अपने ही देश को इस लायक नहीं समझते कि वो चैकअप  तक यहाँ नहीं करवाना चाहते। 
थाईलैंड यात्रा की तरह चुपचाप जाकर जो करना है कर आने के बजाय विपक्ष को मुद्दा देने का काम राहुल गांधी से बेहतर कोई पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नहीं कर पाया। अभी अभी उन्होंने ट्वीट किया है और कल तक देखना यह मुद्दा पूरे सोशल मीडिया में आँधी तूफ़ान की तरह फैला मिलेगा। और इसका कारण स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष होंगे। 
जनसाधारण तो सच में यह जानने की कोशिश करता है कि आख़िर ऐसा क्या हो कि अमरीका के लोग भारत आना तो छोड़िए भारत के लोग ही भारत में इलाज करा लें। अमरीका में और यूरोप में भारत के डॉक्टरों का बोलबाला है और वो सब क्यों भारत छोड़कर विकसित देशों में नौकरियां कर रहे हैं इसका जवाब राष्ट्र जानना चाहेगा। 



राहुल गांधी ने ट्वीट कर बताया है कि वो कुछ दिन देश के बाहर रहेंगे क्योंकि उन्हें अपनी माँ का अमेरिका में चेकअप कराना है जो वो हर साल करते आए हैं। 




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